techno : अगर आप उन करोड़ों भारतीयों ( indians ) में से एक हैं जो अपनी रोज़मर्रा की ज़रूरतों के लिए GPay, PhonePe या Paytm जैसे UPI ऐप का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफ़ेस ( UPI ) से जुड़ी यह खबर ज़रूर जाननी चाहिए। दरअसल, 1 अगस्त से UPI से जुड़े नियम बदलने जा रहे हैं। इस बदलाव का असर आप पर भी पड़ेगा। ये बदलाव इकोसिस्टम ( eco system ) को सरल, मज़बूत और ज़्यादा विश्वसनीय बनाने के लिए किए जा रहे हैं, ताकि सर्वर की समस्या, भुगतान में देरी जैसी तमाम शिकायतों का समाधान हो सके। NPCI अब UPI में 7 बड़े बदलाव करने जा रहा है, जो 1 अगस्त से लागू होंगे।

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- बैलेंस चेक करने की आदत से मिलेगी छुटकारा
techno : पहला और सबसे बड़ा बदलाव बैलेंस चेक करने की सीमा से जुड़ा है। नए नियम के तहत, अब आप किसी एक UPI ऐप से दिन में सिर्फ़ 50 बार ही अपने अकाउंट ( account ) का बैलेंस चेक कर पाएंगे। NPCI का मानना है कि कई यूज़र्स बेवजह बार-बार बैलेंस चेक करते हैं, जिससे सर्वर पर दबाव बढ़ता है और ट्रांजेक्शन की स्पीड धीमी हो जाती है। यह सीमा एक आम यूज़र के लिए पर्याप्त है और सिस्टम की परफॉर्मेंस ( performance ) को बेहतर बनाएगी। - लिंक किए गए बैंक खातों को देखने की भी एक सीमा तय की गई है।
अब आप अपने मोबाइल नंबर से जुड़े सभी बैंक खातों की सूची दिन ( techno ) में केवल 25 बार ही देख पाएँगे। इस कदम का उद्देश्य सिस्टम में अनावश्यक API कॉल को कम करना भी है, ताकि UPI सेवा अधिक सुचारू रूप से चल सके। - ऑटोपे लेनदेन अब विशिष्ट समय पर होंगे
अगर आप नेटफ्लिक्स, म्यूचुअल फंड SIP या किसी अन्य बिल के भुगतान के लिए ऑटोपे सुविधा का उपयोग करते हैं, तो यह जानना आपके लिए ज़रूरी है। अब ऐसे सभी ऑटोपे लेनदेन केवल गैर-पीक घंटों के दौरान ही संसाधित किए जाएँगे। इसके लिए तीन समय स्लॉट तय किए गए हैं:
सुबह 10 बजे से पहले
दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे के बीच
रात 9:30 बजे के बाद
techno : इस बदलाव से पीक आवर्स (सबसे व्यस्त समय) के दौरान सर्वर पर दबाव कम होगा और सामान्य लेनदेन बिना किसी परेशानी के किए जा सकेंगे।
- आप बार-बार विफल लेनदेन की स्थिति नहीं देख पाएँगे
कई बार जब कोई लेनदेन विफल हो जाता है, तो हम बार-बार उसकी स्थिति जाँचते हैं। अब इस पर भी एक सीमा लगा दी गई है। आप दिन में केवल तीन बार ही असफल लेनदेन की स्थिति की जाँच कर पाएँगे। इतना ही नहीं, हर बार स्थिति की जाँच के बीच कम से कम 90 सेकंड का अंतराल रखना भी ज़रूरी होगा। यह नियम सर्वर पर लोड कम करने और लेनदेन को उलटने या पुनः प्रयास करने की सफलता दर बढ़ाने में मदद करेगा।

बैंकों और ऐप्स के लिए सख्त निर्देश
techno : इन सीमाओं के अलावा, एनपीसीआई ने सभी बैंकों और भुगतान सेवा प्रदाताओं (पीएसपी) को एपीआई के उपयोग की निगरानी और नियंत्रण के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं ताकि सिस्टम में कोई गड़बड़ी न हो। नियमों का पालन न करने पर एपीआई एक्सेस पर प्रतिबंध, नए उपयोगकर्ता जोड़ने पर प्रतिबंध या जुर्माना भी लग सकता है।
techno : अगर आप उन करोड़ों भारतीयों ( indians ) में से एक हैं जो अपनी रोज़मर्रा की ज़रूरतों के लिए GPay, PhonePe या Paytm जैसे UPI ऐप का इस्तेमाल करते हैं,
यह बदलाव जून में लागू किया गया था
techno : यह नियम 1 अगस्त से पहले यानी 30 जून, 2025 से लागू हो गया है। इसके तहत, अब जब भी आप किसी को पैसे भेजेंगे, तो भुगतान करने से पहले आपको स्क्रीन पर बैंक में पंजीकृत व्यक्ति का नाम दिखाई देगा। इस कदम से पैसे के गलत खाते में जाने और धोखाधड़ी का खतरा कम हो गया है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
- यह नया नियम कब लागू होगा?
यह नियम 1 अगस्त, 2025 से पूरे देश में लागू होगा।
- क्या यह बदलाव सभी UPI उपयोगकर्ताओं को प्रभावित करेगा?
techno : हाँ, यह नियम GPay, PhonePe, Paytm सहित सभी UPI ऐप्स का उपयोग करने वाले उपयोगकर्ताओं पर लागू होगा। लेकिन जो लोग UPI का सामान्य रूप से उपयोग करते हैं और अक्सर बैलेंस या स्टेटस नहीं देखते हैं, उन पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
- क्या मुझे अपने ऐप में कोई बदलाव करना होगा?
नहीं, उपयोगकर्ताओं को कोई मैन्युअल कार्रवाई करने की आवश्यकता नहीं है। ये सभी बदलाव आपके UPI ऐप में स्वचालित रूप से लागू हो जाएँगे।
- क्या UPI से पैसे भेजने की सीमा में कोई बदलाव हुआ है?
नहीं, लेन-देन की राशि में कोई बदलाव नहीं है।
- यह बदलाव क्यों लागू किया जा रहा है?
इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य UPI सिस्टम पर अनावश्यक भार को कम करना, सर्वर को स्थिर बनाना और लेन-देन को तेज़ और अधिक सुरक्षित बनाना है।