Richest Immigrant : जय चौधरी अमेरिका के सबसे अमीर प्रवासी हैं। फोर्ब्स 2025 की सूची के अनुसार, वह सबसे सफल प्रवासी हैं। उनकी कहानी बेहद प्रेरणादायक है। आइए आपको उनकी कहानी और उनकी संपत्ति, दोनों के बारे में बताते हैं।
‘जो तपता है, वही बनता है’, यह कहावत जय चौधरी के जीवन पर बिल्कुल सटीक बैठती है। हिमाचल प्रदेश के ऊना ज़िले के एक छोटे से गाँव पनोह में एक गरीब परिवार में जन्मे जय ने मुश्किलों को अपनी ताकत बनाया और एक ऐसी उपलब्धि हासिल की जो कई लोगों का सपना होता है। वह अमेरिका ( America ) के सबसे अमीर प्रवासी नागरिक बन गए हैं। आइए आपको उनके बारे में, उनकी कहानी और संपत्ति के बारे में विस्तार से बताते हैं।
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Richest Immigrant : जय चौधरी फोर्ब्स की ‘अमेरिका के सबसे अमीर प्रवासियों’ की सूची में 17.9 अरब डॉलर यानी लगभग 1,53,414 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ पहले स्थान पर हैं। 2025 में, इस सूची में भारतीय मूल के 12 अरबपति शामिल होंगे, जो इज़राइल और ताइवान के संयुक्त अरबपतियों से भी ज़्यादा है। जय की कहानी कड़ी मेहनत और जुनून की मिसाल है। उन्होंने 2008 में साइबर सुरक्षा कंपनी Zscaler की स्थापना की, जो आज दुनिया की 400 से ज़्यादा शीर्ष कंपनियों को सेवाएँ प्रदान करती है।
Richest Immigrant : जय चौधरी अमेरिका के सबसे अमीर प्रवासी हैं। फोर्ब्स 2025 की सूची के अनुसार, वह सबसे सफल प्रवासी हैं।
Richest Immigrant : जय का बचपन गरीबी में बीता। वह चार किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल जाते थे और रात में लैंप की रोशनी में पढ़ाई करते थे। पढ़ाई के प्रति उनका जुनून इतना था कि छुट्टियों में जब बच्चे खेल रहे होते थे, तो वह शिक्षकों से नई-नई जानकारियाँ सीखते थे। अपनी कक्षा में हमेशा अव्वल रहने वाले जय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। इसके बाद, उन्होंने अमेरिका के सिनसिनाटी विश्वविद्यालय से छात्रवृत्ति प्राप्त करके एमबीए पूरा किया।
Richest Immigrant : जय ने अमेरिका में आईबीएम और यूनिसिस जैसी कंपनियों में काम करके अनुभव प्राप्त किया। 1996 में, उन्होंने अपनी पत्नी ज्योति के साथ अपनी पहली कंपनी, सिक्योरआईटी, शुरू की। 1997 में, उन्होंने सिफरट्रस्ट की स्थापना की, जिसका अधिग्रहण वेरीसाइन ने कर लिया। उनकी एयरडिफेंस और कोरहार्बर जैसी कंपनियों को मोटोरोला और एटीएंडटी ने अधिग्रहित कर लिया था।
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ज़स्केलर की शुरुआत 2008 में हुई थी और यह साइबर सुरक्षा क्षेत्र में एक अग्रणी कंपनी के रूप में उभरी है। इसका आईपीओ 2018 में खुला और इसे नैस्डैक में सूचीबद्ध किया गया। फ़ोर्ब्स की सूची में ज़स्केलर दुनिया की शीर्ष 2000 कंपनियों में शामिल है। इस कंपनी से जय चौधरी की आय में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।