god shiva : पूजा ( pooja ) या व्रत के दौरान जानबूझकर या अनजाने में हुई गलतियों ( mistake ) का प्रायश्चित या क्षमा याचना करना सबसे ज़रूरी है। अगर श्रावण मास ( shravan month ) के सोमवार ( monday ) का व्रत भूल से खंडित हो जाए तो उसके लिए भी शास्त्रों ( shastra ) में नियम बताए गए हैं।
god shiva :श्रावण हिंदू पंचांग का पाँचवाँ महीना है, जो शिव उपासना ( shiv upashana ) को समर्पित है। इस वर्ष श्रावण 25 जुलाई से शुरू हो रहा है। श्रावण में प्रतिदिन शिव की पूजा करना शुभ होता है। लेकिन श्रावण के सोमवार के व्रत का विशेष धार्मिक महत्व है।
god shiva :श्रावण हिंदू पंचांग का पाँचवाँ महीना है, जो शिव उपासना को समर्पित है। इस वर्ष श्रावण 25 जुलाई से शुरू हो रहा है। श्रावण में प्रतिदिन शिव की पूजा करना शुभ होता है। लेकिन श्रावण के सोमवार के व्रत का विशेष धार्मिक ( dharma ) महत्व है।
god shiva : पूजा ( pooja ) या व्रत के दौरान जानबूझकर या अनजाने में हुई गलतियों ( mistake ) का प्रायश्चित या क्षमा याचना करना सबसे ज़रूरी है।
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god shiva :श्रावण सोमवार को शिव भक्त पूरी आस्था और भक्ति के साथ व्रत रखते हैं, ताकि उन्हें शिव का आशीर्वाद प्राप्त हो सके। लेकिन अगर अनजाने में व्रत टूट जाए तो ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए?
god shiva :अगर भूल से व्रत टूट जाए तो मन में कई तरह की शंकाएँ और सवाल उठते हैं। लेकिन जानबूझकर या अनजाने में हुई गलतियों के लिए शास्त्रों में कुछ उपाय बताए गए हैं। जिससे आप दोषों से मुक्त रह सकते हैं। साथ ही, इन उपायों को करने के बाद आपके व्रत का पुण्य व्यर्थ नहीं जाएगा।
god shiva :क्षमा – अगर पूजा के दौरान जानबूझकर या अनजाने में कोई गलती हो जाए या व्रत भूल से टूट जाए तो सबसे पहले भगवान से क्षमा मांगनी चाहिए। अगर आप हाथ जोड़कर अनजाने में हुई गलती के लिए क्षमा मांगते हैं तो भगवान क्षमा कर देते हैं।
god shiva :व्रत का संकल्प लें – अगर श्रावण सोमवार का व्रत पहले प्रहर में टूट जाए तो दोबारा व्रत का संकल्प लेकर उसी दिन या अगले दिन व्रत पूरा कर सकते हैं। ऐसे व्रत को शास्त्रों में प्रायश्चित व्रत कहा जाता है।

god shiva :मंत्र जाप करें – शिव पुराण में वर्णित है कि यदि श्रावण सोमवार का व्रत भूलवश खंडित हो जाए, तो यथासंभव महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और वे भूलों को क्षमा कर पापों का नाश करते हैं।
god shiva :दान करें – यदि व्रत भूलवश खंडित हो जाए, तो अपनी क्षमतानुसार गरीबों या ज़रूरतमंदों को दान करें। आप मंदिर में भी दान कर सकते हैं। दान को मानसिक शांति और पापों का प्रायश्चित करने का सर्वोत्तम उपाय माना जाता है।