Astero : धरती की ओर बढ़ रही खगोलीय आफत! NASA ने जारी की चेतावनी – जानिए कितना खतरनाक हैAstero : धरती की ओर बढ़ रही खगोलीय आफत! NASA ने जारी की चेतावनी – जानिए कितना खतरनाक है

Astero : धरती की ओर एक विशालकाय खगोलीय पिंड, जिसे वैज्ञानिक क्षुद्रग्रह ( Astero ) कहते हैं, बड़ी तेजी से बढ़ रहा है। इस खबर ने दुनियाभर के अंतरिक्ष ( space ) वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ा दी है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA ने हाल ही में एक चेतावनी जारी करते हुए बताया कि यह विशाल ( Astero ) क्षुद्रग्रह 5 जून 2025 को पृथ्वी के बेहद करीब से गुजरेगा। वैज्ञानिकों ने इस खगोलीय पिंड को “424482 (2008 DG5)” नाम दिया है।

इस खबर ने आम जनता से लेकर वैज्ञानिकों तक सबको ( Astero ) चौकन्ना कर दिया है। इस क्षुद्रग्रह की रफ्तार, आकार और पृथ्वी ( Earth ) के समीप से गुजरने का समय – सभी जानकारियां ध्यान देने योग्य हैं। तो आइए विस्तार से जानते हैं कि यह खगोलीय पिंड क्या है, कितना खतरनाक है और वैज्ञानिक इस पर क्या कह रहे हैं।

क्या है क्षुद्रग्रह 424482 (2008 DG5)?

क्षुद्रग्रह यानी Asteroid ऐसे चट्टानी टुकड़े होते हैं जो अंतरिक्ष ( Astero ) में सूर्य की परिक्रमा करते हैं। ये आमतौर पर मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच के एस्टेरॉइड बेल्ट में पाए जाते हैं, लेकिन कभी-कभी इनकी कक्षा पृथ्वी के आसपास भी आ जाती है। जब कोई बड़ा क्षुद्रग्रह ( Asteroids ) पृथ्वी की ओर बढ़ता है या उसके बेहद पास से गुजरता है, तो वैज्ञानिक सतर्क हो जाते हैं।

NASA द्वारा ट्रैक किया जा रहा 424482 (2008 DG5) नामक क्षुद्रग्रह भी एक ऐसा ही विशाल पिंड है। यह कोई साधारण क्षुद्रग्रह नहीं है, इसका आकार इतना बड़ा है कि इसकी तुलना अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को स्थित गोल्डन गेट ब्रिज से की जा रही है। इसकी ( Astero ) गति भी चौंकाने वाली है – 50,400 किलोमीटर प्रति घंटा, यानी यह लगभग 14 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से अंतरिक्ष में दौड़ रहा है।

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वैज्ञानिकों की नजर में कितना खतरनाक है यह क्षुद्रग्रह?

NASA और अन्य अंतरिक्ष एजेंसियां इस क्षुद्रग्रह ( Astero ) पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। वैज्ञानिकों ने बताया है कि यह क्षुद्रग्रह अपने आकार के हिसाब से खगोलीय ( Astronomical ) पिंडों की तुलना में 97 फीसदी बड़ा है। यानी यह उन क्षुद्रग्रहों में गिना जाता है जो सबसे विशाल श्रेणी में आते हैं।

हालांकि वैज्ञानिकों ने यह भी स्पष्ट किया है कि 424482 (2008 DG5) धरती से टकराएगा नहीं, बल्कि यह धरती के पास से होकर गुजर जाएगा। इस घटना को Near Earth Flyby कहा ( Astero ) जाता है। फिर भी, इसका आकार और रफ्तार इसे एक “Potentially Hazardous Asteroid” (संभावित रूप से खतरनाक क्षुद्रग्रह) की श्रेणी में लाते हैं।

अगर टकरा जाता तो कितना नुकसान होता?

हालांकि वैज्ञानिकों ने आश्वस्त किया है कि यह क्षुद्रग्रह ( Astero ) धरती से टकराने वाला नहीं है, फिर भी सवाल उठता है कि अगर ऐसा हुआ होता, तो क्या परिणाम होते?

अगर इतना बड़ा क्षुद्रग्रह पृथ्वी से टकरा जाए, तो वह एक विनाशकारी घटना बन सकती है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, एक 140 मीटर से बड़ा क्षुद्रग्रह अगर पृथ्वी से टकराए, तो वह एक बड़े शहर को पूरी तरह से नष्ट कर सकता है। और अगर इसका आकार गोल्डन गेट ब्रिज के बराबर है, तो इसका ( Astero ) असर और भी व्यापक हो सकता है – शायद एक छोटे देश के आकार ( size ) के क्षेत्र में तबाही मचा सकता है।

इतिहास में इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। उदाहरण के तौर पर, 65 मिलियन वर्ष पहले एक विशाल क्षुद्रग्रह के पृथ्वी से टकराने से डायनासोरों ( Dinosaurs ) का अंत हो गया था। हालांकि वह क्षुद्रग्रह 10 किलोमीटर व्यास का था, लेकिन उससे छोटे क्षुद्रग्रह भी भयंकर नुकसान पहुंचा सकते हैं।

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NASA की तैयारी और तकनीक

NASA और ESA (European Space Agency) जैसी अंतरिक्ष एजेंसियां अब ऐसे संभावित खतरों से निपटने के लिए तैयारियाँ कर रही हैं। NASA का DART मिशन (Double Asteroid Redirection Test) इसी दिशा में उठाया गया एक कदम था, जिसमें एक अंतरिक्ष यान को एक क्षुद्रग्रह से टकराकर उसकी दिशा बदलने की कोशिश की गई थी – और यह प्रयोग सफल भी रहा।

इसका मतलब है कि अब इंसान के पास ऐसी तकनीक ( Astero ) विकसित हो रही है जिससे भविष्य में किसी भी खतरनाक क्षुद्रग्रह को समय रहते टकराने से रोका जा सके।

आम जनता को घबराने की नहीं, समझदारी की जरूरत

जहां एक ओर यह खबर सोशल मीडिया और न्यूज़ चैनलों पर चर्चा का विषय बनी हुई है, वहीं वैज्ञानिकों ने बार-बार यह स्पष्ट किया है कि इस क्षुद्रग्रह से धरती ( Astero ) को कोई सीधा खतरा नहीं है। यह घटना विज्ञान की दृष्टि से एक रोचक और अध्ययन योग्य क्षण है।

वैज्ञानिक इस घटना को एक अवसर के रूप में देख रहे हैं जिसमें वे क्षुद्रग्रहों के बारे में और अधिक जानकारी इकट्ठा कर सकते हैं। इसके जरिए भविष्य में संभावित खतरों का अनुमान लगाना और उनसे बचाव की रणनीति तैयार करना आसान होगा।

क्षुद्रग्रह 424482 (2008 DG5) धरती के बेहद ( Astero ) पास से गुजरेगा। इसकी गति, आकार और पृथ्वी से निकटता इसे एक दुर्लभ खगोलीय घटना बनाती है। हालाँकि, वैज्ञानिकों ने स्पष्ट किया है कि इससे धरती को कोई खतरा नहीं है।

फिर भी, इस घटना ने एक बार फिर यह याद दिला दिया है कि हमारी पृथ्वी ब्रह्मांड के विशाल और अनpredictable सिस्टम का हिस्सा है। अंतरिक्ष के ऐसे खतरे कभी ( Astero ) भी सामने आ सकते हैं और इसलिए अंतरिक्ष अनुसंधान और सुरक्षा ( Security ) की दिशा में सतत प्रयास ज़रूरी हैं।

आम नागरिकों के लिए यह एक चिंता का नहीं, बल्कि जानकारी का विषय है। ऐसे वैज्ञानिक घटनाओं को समझना और जागरूक रहना हमारी जिम्मेदारी है।

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