world : स्विस बैंकों ( swiss bank ) में जमा धन के मामले में भारत ( india ) पिछले साल के 67वें स्थान से बढ़कर वैश्विक स्तर पर 48वें स्थान पर पहुंच गया है। 2021 के बाद से स्विस बैंकों में जमा भारतीयों ( indians ) के धन में यह सबसे बड़ी वृद्धि है। एक बार फिर स्विस बैंकों में भारतीयों द्वारा जमा धन की मात्रा को लेकर चर्चा हो रही है।
world : एक हालिया रिपोर्ट ( report ) के अनुसार, स्विस बैंकों में भारतीय लोगों और कंपनियों ( company ) द्वारा जमा धन 2023 की तुलना में 2024 में तीन गुना बढ़कर 3.54 बिलियन स्विस फ़्रैंक (करीब 37,600 करोड़ रुपये) हो गया है। स्विस नेशनल बैंक ने 19 जून को इसका खुलासा किया है। यह 2021 के बाद से स्विस बैंकों में भारतीयों द्वारा जमा धन में सबसे बड़ी वृद्धि है। वर्ष 2023 में स्विस बैंकों में जमा धन चार साल के निचले स्तर पर था और 1.04 बिलियन स्विस फ़्रैंक था।
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world : समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह वृद्धि व्यक्तिगत ग्राहक खातों के बजाय बैंकिंग चैनलों ( banking chennals ) और अन्य वित्तीय संस्थानों के माध्यम से स्विस बैंकों में जमा धन के कारण हुई थी। भारतीय ग्राहकों से सीधे जमा में मामूली वृद्धि हुई – 11% बढ़कर 346 मिलियन स्विस फ़्रैंक (लगभग ₹3,675 करोड़) हो गई। ये जमा कुल भारतीय-लिंक्ड फंड का केवल दसवां हिस्सा है।
world : एसएनबी के अनुसार, कुल CHF 3,545.54 मिलियन स्विस बैंकों की भारतीय ग्राहकों के प्रति सभी देनदारियों का प्रतिनिधित्व करता है। इसमें अन्य बैंकों के माध्यम से रखे गए CHF 3.02 बिलियन, ग्राहक खातों में CHF 346 मिलियन, ट्रस्टों के माध्यम से CHF 41 मिलियन और बॉन्ड और प्रतिभूतियों जैसे साधनों में CHF 135 मिलियन शामिल हैं।
world : स्विस बैंकों ( swiss bank ) में जमा धन के मामले में भारत ( india ) पिछले साल के 67वें स्थान से बढ़कर वैश्विक स्तर पर 48वें स्थान पर पहुंच गया है। 2021 के बाद से स्विस बैंकों में जमा भारतीयों ( indians ) के धन में यह सबसे बड़ी वृद्धि है। एक बार फिर स्विस बैंकों में भारतीयों द्वारा जमा धन की मात्रा को लेकर चर्चा हो रही है।

स्विस बैंकों में जमा धन का मालिक कौन है? और यह कहां से आया?
world : स्विस बैंकों में जमा धन भारतीय व्यक्तियों और कंपनियों का है। बैंकों और वित्तीय संस्थानों से प्राप्त धन के कारण यह राशि बढ़ी है।व्यक्तिगत ग्राहकों के खातों में जमा राशि की बात करें तो इसमें 11 प्रतिशत (346 मिलियन स्विस फ़्रैंक यानी लगभग 3675 करोड़ रुपये) की वृद्धि हुई है। यह कुल जमा का केवल दसवां हिस्सा है। सबसे ज्यादा पैसा बैंक, वित्तीय संस्थान, बॉन्ड और सिक्योरिटीज जैसे माध्यमों से आया है।
स्विस बैंकों में भारतीयों का पैसा कितना बढ़ा है?
world : 2024 में स्विस बैंकों में भारतीयों द्वारा जमा की गई कुल राशि 3.5 बिलियन स्विस फ़्रैंक यानी करीब 37,600 करोड़ रुपये है। और खास बात यह है कि यह 2023 के मुकाबले 3 गुना ज्यादा है। साल 2023 में भारतीयों द्वारा जमा की गई कुल राशि 1.04 बिलियन स्विस फ़्रैंक (करीब 11,000 करोड़ रुपये) थी।
क्या स्विस बैंकों में जमा सारा पैसा काला धन है?
world : आपको बता दें कि स्विस अधिकारियों के अलावा भारत सरकार ने भी साफ कर दिया है कि स्विस बैंकों में जमा सारा पैसा काला धन नहीं माना जा सकता। शेयर किया गया डेटा स्विस नेशनल बैंक (एसएनबी) के आधिकारिक रिकॉर्ड से लिया गया है, जो बैंकों की देनदारियों को दर्शाता है।इसमें एनआरआई, भारतीयों या अन्य लोगों द्वारा तीसरे देशों में कंपनियों के नाम पर जमा किया गया पैसा शामिल नहीं है। स्विस अधिकारियों का कहना है कि वे धोखाधड़ी और कर चोरी के खिलाफ लड़ाई में भारत की मदद करते हैं।
दोनों देशों के बीच समझौता
world : स्विट्जरलैंड 2018 से सूचना के स्वचालित आदान-प्रदान समझौते के तहत भारतीय निवासियों का वार्षिक वित्तीय डेटा साझा कर रहा है। भारतीय अधिकारियों को पहला डेटा ट्रांसफर सितंबर 2019 में हुआ था। तब से, वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े संदिग्ध खातों सहित नियमित जानकारी साझा की जा रही है। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई अवैध धन या कर चोरी नहीं हो रही है।स्विस बैंकों में पैसे के मामले में भारत पिछले साल के 67वें स्थान से बढ़कर वैश्विक स्तर पर 48वें स्थान पर पहुंच गया है। हालांकि, यह अभी भी 2022 के अंत में अपने 46वें स्थान से आगे है।