Surat : बैंकों को अब हीरा उद्योग पर भरोसा नहीं रहाSurat : बैंकों को अब हीरा उद्योग पर भरोसा नहीं रहा

surat : SURAT पिछले 2 वर्षों में हीरा उद्योग ( diamond market ) की हालत खराब हो गई है, जिसके कारण उद्योगपतियों और ज्वैलर्स को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। वे अपने बच्चों की फीस भरने, अन्य व्यवसाय ( business ) शुरू करने या अपनी फैक्टरी ( factory ) का विस्तार करने के लिए बैंकों से ऋण के लिए आवेदन कर रहे हैं, लेकिन बैंक प्रोफाइल में हीरा व्यवसायी या जौहरी का नाम पढ़कर आवेदन खारिज कर दे रहे हैं।

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SURAT एक जौहरी ने 10 क्रेडिट कार्ड ( credit card ) के लिए आवेदन किया था, जो खारिज कर दिए गए, जबकि एक अन्य जौहरी 5 घंटे की छोटी सी फैक्ट्री चलाता है, और जब उसने इसके विस्तार के लिए बैंक से 5 लाख के लोन के लिए आवेदन किया, तो बैंक ने साफ मना कर दिया। एक अन्य जौहरी ने अपने बच्चों की फीस भरने के लिए 25,000 रुपये के ऋण के लिए आवेदन किया, लेकिन बैंक ने ऋण ( bank intrest ) देने से इनकार कर दिया। अपनी दुर्दशा को देखते हुए ज्वैलर्स अब दूसरे कारोबार की ओर रुख कर रहे हैं। ज्वैलर्स सरकार ( goverment ) से मांग कर रहे हैं कि उन्हें लोन दिलाने की व्यवस्था की जाए।

surat : पिछले 2 वर्षों में हीरा उद्योग ( diamond market ) की हालत खराब हो गई है, जिसके कारण उद्योगपतियों और ज्वैलर्स को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है।

पहले फैक्ट्री से पैसे निकालकर काम चलाया जाता था।
मैं गरियाधार का मूल निवासी हूं। मैं पिछले 30 वर्षों से हीरे घिस रहा हूं। फिलहाल बेटी कॉलेज में है और बेटा 12वीं कक्षा में है। घर पर मेरे अलावा काम करने वाला कोई नहीं है। मुझे अपने बच्चों की फीस भरने के लिए मात्र 25 हजार का लोन लेना पड़ा। मैंने 1-2 एजेंटों से बात की तो उन्होंने साफ मना कर दिया। हीरा उद्योग की खस्ता हालत के कारण ज्वैलर्स को फिलहाल लोन भी नहीं मिल रहा है। पहले फैक्ट्री में पैसे निकालकर काम चलाया जाता था, लेकिन अब काम कम होने के कारण पैसे भी कम मिलते हैं, इसलिए मुझे लोन की जरूरत पड़ी। > बिपिन वड्डोरिया, जौहरी SURAT

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एजेंट से बात करने के बाद भी लोन के लिए कोई मिलान नहीं मिला।
मैं पिछले 20 वर्षों से हीरा पीसने का काम कर रहा हूं और पिछले 3 वर्षों से एक छोटी सी 5-बेल वाली फैक्ट्री चला रहा हूं। हीरा बाजार SURAT में मांग धीरे-धीरे बढ़ रही है, जिसके कारण मुझे कारखाने का विस्तार करने के लिए कार्यशील पूंजी हेतु 5 लाख रुपये के ऋण की आवश्यकता थी। जब मैंने बैंक के लोन एजेंट से बात की तो लोन के लिए कोई मैच नहीं हुआ। इसके बाद मैंने लोन के लिए बैंक से भी संपर्क किया, लेकिन लोन देने से मना कर दिया गया क्योंकि मैंने डायमंड के कारोबार को बढ़ाने के लिए लोन के लिए आवेदन किया था। > विजय अंबालिया, जौहरी

जब मैंने घर खरीदा तो मुझे साड़ी का कारोबार बताकर लोन लेना पड़ा।
अगर एक जौहरी के पास घर चलाने के साधन हैं तो वह बैंक में 10 हजार रुपये कैसे जमा रख सकता है? हीरा व्यवसाय की दुखद वास्तविकता यह है कि जब वे ऋण लेने जाते हैं तो उन्हें मना कर दिया जाता है। मैंने क्रेडिट कार्ड ( CREDIT CARD ) के लिए 10 बार आवेदन किया लेकिन हीरे के घिस जाने के कारण आवेदन रद्द कर दिए गए। जब मैंने मकान खरीदा तो साड़ी का कारोबार बताकर लोन लिया। फिर, यदि बैंक उन्हें ऋण नहीं देगा तो जौहरी अपनी आजीविका कैसे चला सकेंगे? यहां तक ​​कि अगर कोई व्यक्ति बंधक लेकर ऋण ले भी लेता है तो भी बैंक तैयार नहीं होते। इससे बुरा और क्या हो सकता है? > भावेश मिस्त्री, जौहरी SURAT

मैं पान-मावा की दुकान के लिए ऋण चाहता था, लेकिन नहीं मिल सका।
मैं पिछले 12 वर्षों से हीरा व्यापार से जुड़ा हुआ हूं। पहले मुझे रोजाना 1000 से 1200 रुपए का काम मिल जाता था, लेकिन अब आधा काम ही हो पा रहा है। इस बार हीरा उद्योग में मंदी का दौर काफी समय से चल रहा है। इसीलिए मैंने पान-मसाला की दुकान शुरू करने का फैसला किया। जब मैं ऋण लेने गया तो बैंक ने मुझे ऋण देने से इनकार कर दिया। > रमेश यादव, जौहरी SURAT

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